धरती के नजदीक के अंतरिक्ष
में भी कई रहस्य छिपे हैं। शायद हमसे महज 13 प्रकाशवर्ष दूर, पृथ्वी से मिलता-जुलता एक ग्रह अपने मध्यम
रेड जाइंट सितारे की परिक्रमा कर रहा है। 13 प्रकाशवर्ष भी काफी बड़ी दूरी है और वहां
जाना फिलहाल मुमकिन नहीं, लेकिन भविष्य के टेलिस्कोप्स पृथ्वी के नजदीक
मौजूद ऐसी 'अनजान धरतियों' को न सिर्फ देख सकेंगे, बल्कि वहां जावन की जांच भी कर सकेंगे। महज
13 प्रकाश वर्ष दूर मौजूद अनजान धरती की ये चौंकानेवाली खबर नासा के केप्लर टेलिस्कोप
के आंकड़ों की जांच से सामने आई है। केप्लर टेलिस्कोप से मिली इस जानकारी को सार्वजनिक
किया है हॉवर्ड-स्मिथसोनियन सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स की वैज्ञानिक कर्टनी ड्रेसिंग
ने।
जब भी कोई परिक्रमा करता
ग्रह अपने सितारे के सामने से गुजरता है तो उस सितारे की रोशनी कुछ धीमी हो जाती है।
कैप्टर टेलिस्कोप ने ऐसे ही सितारों की जांच की है जिनकी रोशनी में एक तय अंतराल में
बदलाव आता है। सितारे की रोशनी में इस तरह का बदलाव उसकी कक्षा में मौजूद बृहस्पति
जैसे किसी विशाल ग्रह की मौजूदगी की ओर इशारा करता है।
लेकिन इस तकनीक से हमारी पृथ्वी
जैसे छोटे ग्रह की तलाश थोड़ी मुश्किल है। क्योंकि पृथ्वी जैसे किसी छोटे ग्रह के सामने
से गुजरने पर सितारे की रोशिनी में कोई प्रभावी बदलाव नहीं आता। ऐसे में वैज्ञानिकों
ने मध्यम श्रेणी के रेड जाइंट सितारों को लिया, क्योंकि ये अपेक्षाकृत ठंडे होते हैं और
इनकी रोशनी सामान्य सितारे की अपेक्षा काफी कम होती है। इसलिए मध्यम श्रेणी के रेड
जाइंट सितारे के सामने जब कोई छोटा ग्रह गुजरता है तो उसकी रोशनी में आई कमी को महसूस
किया जा सकता है।
कैप्टर टेलिस्कोप के कैटेलॉग
में शामिल हजारों सितारों में से एस्ट्रोनॉमर कर्टनी ने ऐसे 95 संभावित ग्रहों को तलाशा
है जो रेड ड्वार्फ सितारों की परिक्रमा कर रहे हैं। इनमें से तीन ग्रह ऐसे हैं जो अपने
सितारे के हैबिटेट जोन में मौजूद हैं, यानि उनकी सतह पर पानी तरल स्वरूप में मौजूद
रह सकता है। एस्ट्रोनॉमर कर्टनी ड्रेसिंग इससे काफी उत्साहित हैं और उनका कहना है कि
इसका एक मतलब ये भी है कि हमारी आकाशगंगा में मौजूद सभी रेड ड्वार्फ सितारों में से
666छह फीसदी सितारे ऐसे हो सकते हैं जिनके हैबिटेट जोन में धरती से मिलता-जुलता ग्रह मौजूद
है।
एस्ट्रोनॉमर कर्टनी ने
बताया कि हमारे सूरज के आसपास मौजूद प्रोक्सिमा सेंचुरी समेत ज्यादातर सितारे रेड ड्वार्फ
ही हैं। इसलिए ये पूरी तरह मुमकिन है कि हमारी पृथ्वी से मिलता-जुलता ग्रह हमसे महज
13 प्रकाश वर्ष ही दूर हो।