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बुधवार, 21 दिसंबर 2011

माया पुजारियों ने विशेष धार्मिक कर्मकांड शुरू किए


मैक्सिको के दक्षिण में रहने वाले माया समुदाय ने 21 दिसंबर 2012 के लिए उल्टी गिनती शुरू कर दी है. उस दिन माया सभ्यता के प्राचीन पंचांग के अनुसार पांचवी सहस्राब्दी समाप्त होगी।
कुछ लोग माया पंचांग के युगांत को दुनिया के समाप्त होने की भविष्यवाणी मानते हैं, जबकि विशेषज्ञों का कहना है कि ये एक युग का अंत भर है, दुनिया का नहीं। माया समुदाय के पुजारियों ने उल्टी गिनती के शुरू करते हुए विशेष धार्मिक कर्मकांड किए हैं।उधर मैक्सिको में अधिकारी इस वर्ष आने वाले पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे हैं।
मैक्सिको की पर्यटन एजेंसी को उम्मीद है कि साल 2012 उनके देश में पांच करोड़ से अधिक पर्यटक आ सकते हैं और इनमें से अधिकतर मैक्सिको के दक्षिणी हिस्से की ओर रुख़ कर सकते हैं।

दूसरी दुनिया से किसी के आने की भविष्यवाणी?

माया सभ्यता 250 ईस्वी से 900 ईस्वी के बीच अपने चरम पर थी. इस सभ्यता में खगोलशास्त्र, गणित और कालचक्र को काफ़ी महत्त्व दिया जाता था। माया सभ्यता का पंचांग 3114 ईसा पूर्व शुरु किया गया था। इस क्लैंडर में हर 394 वर्ष के बाद बाक्तुन नाम के एक काल का अंत होता है। अगले वर्ष 21 दिसबंर उस कैलेंडर का 13वां बाक्तुन खत्म हो जाएगा। करीब 1300 साल पहले एक पत्थर पर एक संदेश को कुछ लोग दुनिया की समाप्ति की भविष्यवाणी मान बैठे हैं और अब तो ये कथित भविष्यवाणी इंटरनेट के ज़रिए सारी दुनिया फैल चुकी है।
लेकिन पुरातत्वविद और माया सभ्यता के विशेषज्ञ मानते हैं कि ये भविष्यवाणी दुनिया की समाप्ति के बारे में न होकर, किसी दूसरी दुनिया से किसी सर्वशक्तिमान ईश्वर के पृथ्वी आगमन के बारे में है। माया सभ्यता और इसकी भविष्यवाणियों को वैज्ञानिक एक मनोरंजन से ज्यादा की अहमियत नहीं देते। लेकिन फिरभी दुनिया में विशेषकर इंटरनेट के ज़रिए प्रलय का डर फैलाया गया है।

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