फागुन का महीना है और इस खिली-खिली सी फिजा में सुबह जल्दी उठने से बेहतर कुछ भी नहीं। दोस्तों अगर आप शुक्रवार की सुबह साढ़े पांच- छह बजे तक बिस्तर छोड़ दें तो आसमान में एक शानदार नजारा देख सकते हैं। एक तेज चमकीली रोशनी आसमान में एक ओर से दूसरी ओर तक दौड़ती नजर आएगी। ये गुजरती हुई तेज रोशनी न तो कोई उल्का है और न कोई धूमकेतु या कुदरत का कोई करिश्मा। ये हमारा करिश्मा है, ये है आपके सिर से करीब 400 किलोमीटर ऊपर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन जिसमें चार अंतरिक्षयात्री अब भी मौजूद हैं।
यूं तो इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन एक चकमीली रोशनी के रूप में अकसर आसमान में गुजरता नजर आता है, लेकिन 26 फरवरी को ये इस सीजन में सबसे ज्यादा देर यानि 5 मिनट तक गुजरता हुआ दिखेगा। इसे देखने के लिए सूरज डूबने की दिशा में मुंह करके खड़े हो जाएं और अपने दाहिने हाथ की तरफ आसमान में क्षितिज से कुछ ऊपर देखें यहीं आपको एक तेज चमकीली रोशनी सी नजर आएगी। क्षितिज के पास आप इसे ठीक से देख पाएंगे, क्योंकि जैसे-जैसे ये रोशनी ऊपर आएगी, संभव है कि दिन के आसमान की चमक इसे छिपा ले। लेकिन जैसे ही ये चमक विपरीत दिशा की क्षितिज को छुएगी आप इसे फिर से देख पाएंगे। 26 फरवरी को अलग-अलग शहरों में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के नजर आने का समय इस प्रकार है -
दिल्ली और आसपास सुबह 06 बजकर 08 मिनट अवधि 5 मिनट
चंडीगढ़ और आसपास सुबह 06 बजकर 08 मिनट अवधि 4 मिनट
पुणे और आसपास सुबह 06 बजकर 09 मिनट अवधि 3 मिनट
नागपुर और आसपास सुबह 06 बजकर 09 मिनट अवधि 5 मिनट
मुंबई और आसपास सुबह 06 बजकर 08 मिनट अवधि 3 मिनट
कोलकाता और आसपास सुबह 04 बजकर 36 मिनट अवधि 2 मिनट
जामनगर और आसपास सुबह 06 बजकर 08 मिनट अवधि 3 मिनट
हैदराबाद और आसपास सुबह 07 बजकर 18 मिनट अवधि 1 मिनट
चेन्नई और आसपास सुबह 06 बजकर 11 मिनट अवधि 1 मिनट
बैंगलोर और आसपास सुबह 06 बजकर 10 मिनट अवधि 3 मिनट
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