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रविवार, 21 जून 2009
ब्रह्मांड में जीवन ढूंढेगा अनोखा चुंबकीय बैक्टीरिया
महाराष्ट्र में वैज्ञानिकों को एक ऐसा बैक्टीरिया मिला है जिनपर चुंबकीय कण पाए जाते हैं और जो भू चुंबकीय क्षेत्र में तैरता है। जैव वैज्ञानिकों ने इस चुंबकीय बैक्टीरिया को बुलढाना जिले में उल्का पिंड से बनी एक प्राचीन लोनर झील से ढूंढा है। इस खोज से ब्रह्मांड में अन्य कहीं जीवन की खोज में मदद मिलने की उम्मीद है। वैज्ञानिकों के लिए रुचि का केंद्र रहे इस चुंबकीय बैक्टीरिया को उल्का पिंड के असर से बनी इस खास झील से अलग किया गया जो कि बसाल्ट चट्टानों से बनी अकेली झील है। कराड के यशवंतराय चव्हाण साइंस कॉलिज के माइक्रोलॉजिस्ट महेश चवादार ने बताया कि इस बैक्टीरिया और उल्का पिंड में कुछ रिश्ता दिखता है। इससे अंतरिक्ष में अन्य कहीं जीवन की खोज में मदद मिलेगी। यह खोज करंट साइंस पत्रिका के हाल के अंक में छपी है। 1975 में पहली बार ऐसे बैक्टीरिया की खोज हुई थी और दुनिया की कुछ प्रयोगशालाओं में ही ऐसे जीवाणु रखे हैं।
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vaah bahut badiyaa jaanakaari hai badhaai
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