आजकल सूरज डूबने के बाद का आसमान देखने की कोशिश कीजिए। पश्चिम दिशा में सूरज डूबने के तुरंत बाद बड़ी मुश्किल में नजर आने वाला हमारे सौरमंडल का पहला ग्रह बुध आपको क्षितिज के करीब नजर आ सकता है। क्षितिज से थोड़ा ऊपर आपको तेज चमकता बड़ा सा सितारा नजर आएगा, जिससे नजरें हटाना मुश्किल होगा। ये हमारे सौरमंडल का दूसरा ग्रह शुक्र है। शुक्र सांझ होते ही पश्चिम के आसमान में आ विराजता है और फिर देर रात तक वो हमें देखता रहता है। लेकिन जुलाई के आसमान का असली नजारा सामने आएगा 14 जुलाई को। इस दिन पश्चिम के आसमान में हमें सौरमंड के चार ग्रह और इनके बीच चमकता बेहद खूबसूरत पतला सा अर्धचंद्र नजर आएगा।
14 जुलाई की शाम जैसे ही सूरज डूबेगा, पश्चिम दिशा में हमें क्षितिज से बस थोड़ा ही ऊपर हमें बुध ग्रह चमकता नजर आएगा। बुध से बाईं ओर थोडा ऊपर पतला से अर्धचंद्र और उसके ठीक ऊपर तेज चमकदार शुक्र ग्रह नजर आएगा। चंद्रमा के ठीक सामने देखेंगे तो एक सितारा नजर आएगा, जिसका नाम है रेगुलस। रेगुलस सितारा सिंह राशि के तारामंडलों में से एक है और इसे पहचानने का तरीका ये है कि शुक्र ग्रह, रेगुलस और चंद्रमा तीनों आपको एक समबाहु त्रिभुज सा बनाते नजर आएंगे। अब आप चंद्रमा और शुक्र से बाईं ओर थोड़ा और ऊपर नजर डालिए, यहां मौजूद मंगल ग्रह एक नारंगी सितारे जैसा नजर आएगा। मंगल से भी थोड़ा बाईं ओर ऊपर आपको एक और सितारा नजर आएगा, ये कोई सितारा नहीं बल्कि ये होगा हमारे सौरमंडल का सबसे खूबसूरत ग्रह शनि।
14 जुलाई को कुल मिलाकर चार ग्रह और इनके बीच सजीला चंद्रमा आपको एकसाथ पश्चिमी आसमान में नजर आएंगे। इन्हें आप बगैर किसी टेलिस्कोप की मदद से यूं ही आसानी से देख सकते हैं। लेकिन अगर आपके पास टेलिस्कोप भी हो, तो फिर कहने ही क्या।
बहुत अच्छी लगी यह जानकारी !!
जवाब देंहटाएंbadhiya or rochak jaankaari.....
जवाब देंहटाएंkunwar ji,