फ़ॉलोअर

सोमवार, 5 जुलाई 2010

देश की तीसरी आंख - कार्टोसेट-2 बी


इसरो 12 जुलाई की सुबह 9 बजकर 23 मिनट पर 'देश की तीसरी आंख' यानि हाई रेजोल्यूशन रिमोट सेंसिंग सेटेलाइट कार्टोसेट-2 बी को श्रीहरिकोटा से लांच करने जा रहा है। कार्टोसेट हमारे देश का एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है और इस सीरीज के दो सेटेलाइट पहले से काम कर रहे हैं। कार्टोसेट-2 बी की लांचिंग के साथ ही तीन सेटेलाइट्स के जरिए अंतरिक्ष से निगरानी का नेटवर्क पूरा हो जाएगा।
कार्टोसेट प्रोजेक्ट को मुख्यतौर पर भारत के किसी भी शहर, किसी भी मोहल्ले या सड़क को अंतरिक्ष से देखने के लिए डिजाइन किया गया है। कार्टोसेट -2 बी कहीं ज्यादा संवेदनशील है। कार्टोसेट के जरिए हम देश में कहीं भी स्थिर खड़ी या फिर चल रही 80 सेंटीमीटर के आकार वाली किसी भी चीज की बिल्कुल साफ तस्वीर अंतरिक्ष से देख सकते हैं और उसे फॉलो कर सकते हैं। यानि अगर कोई नेता कहीं जाता है तो कार्टोसेट-2बी की लांचिंग के बाद अब उसकी कार की निगरानी अंतरिक्ष से ही की जा सकेगी। ऐसा ही हम किसी आतंकवादी या अपराधी के लिए भी कर सकेंगे। हमारा कद भी 80 सेंटीमीटर से बड़ा होता है, इसलिए कार्टोसेट-2बी के जरिए अंतरिक्ष से ही किसी भी खास आदमी की हरकतों पर नजर रखना अब संभव होगा।
कार्टोसेट - 2 बी सुरक्षा एजेंसियों के लिए खास तौर पर मददगार साबित होगा और इसकी मदद से सीमाओं की निगरानी और घुसपैठ की रोकथाम अब कहीं ज्यादा असरदार तरीके से की जा सकेगी। फिलहाल इसरो ने अपनी रिलीज में कहा है कि कार्टोसेट-2 बी की मदद से इंफ्रास्ट्रक्चर यानि आधारभूत ढांचे के विकास और शहरीकरण की योजनाएं बनाने में मदद मिलेगी।
690 किलो वजनी कार्टोसेट -2बी को लांच वेहेकिल पीएसएलवी के जरिए अंतरिक्ष भेजा जाएगा। इसके साथ ही 117 किलो वजनी अल्जीरिया के एक सेटेलाइट 'अल्सेट' और कनाडा और स्विटजरलैंड के दो नैनो सेटेलाइट्स एनएलएस 6.1 और एनएलएस 6.2 को भी अंतरिक्ष भेजा जा रहा है। लेकिन पीएसएलवी के इन हाई टेक्नोलॉजी सेटेलाइट्स के साथ बेंगलौर और हैदराबाद इंजीनियरिंग कालेज के छात्रों का बनाया एक नैनो सेटेलाइट 'स्टुडसेट' को भी लांच किया जा रहा है। यानि रॉकेट पीएसएलवी की एक लांचिंग के साथ ही पांच सेटेलाइट्स को एकसाथ अंतरिक्ष भेजा जा रहा है। इसरो के लिए मल्टिपल लांचिंग कोई नई बात नहीं इससे पहले 2008 में सिंगल लांच के साथ 10 सेटेलाइट्स को अंतरिक्ष भेजकर इसरो वर्ल्ड रिकार्ड बना चुका है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें