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शुक्रवार, 27 मार्च 2009

धरती से प्यार है तो स्विच ऑफ करिए !


इस बार शनिवार को आप शनि से बचने का एक खास उपाय कर सकते हैं। खास बात ये कि शनि के कोप को टालने की इस कोशिश में दुनियाभर के 80 देशों के करीब एक हजार देश भी शामिल होंगे। मैं शनि के जिस कोप की बात कर रहा हूं वो है ग्लोबल वॉर्मिंग यानि हमारे घर पृथ्वी का बढ़ता हुआ ताप। कार्बन डाई ऑक्साइड जैसी ग्रीन हाउस गैसों के असर से लगातार गरम होती जा रही पृथ्वी को क्या आप कुछ पलों की राहत नहीं देना चाहेंगे? अगर आप भी धरती से उतनी ही मौहब्बत करते हैं, जितना कि पृथ्वी आपसे तो शनिवार को शाम 8.30 बजे से रात 9.30 बजे तक अपने घर के तमाम बल्ब और ट्यूब लाइट्स को स्विच ऑफ कर दीजिए। ग्लोबल वॉर्मिंग के शनि के शिकंजे से एक घंटे के लिए धरती को राहत दिलाने की ये एक अंतरराष्ट्रीय कोशिश है वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ फंड यानि डब्लूडब्लूएफ की। भारत में दिल्ली और मुंबई समेत करीब 1500 शहर इस अंतरराष्ट्रीय पहल में शामि हैं और शनिवार 28 मार्च की शाम एक घंटे के लिए बिजली बंद रखेंगे। 28 मार्च की शाम 8.30 बजे से रात 9.30 बजे तक के समय को अर्थ ऑवर का नाम दिया गया है। डब्लूडब्लूएफ ने इस साल ऐसे 60 अर्थ ऑवर मनाने का लक्ष्य तय किया है।
सवाल ये कि भला बिजली बंद करने से ग्लोबल वॉर्मिंग यानि धरती के ताप से क्या लेना-देना? बिजली बंद इसलिए की जा रही है, क्योंकि इस एक घंटे के अर्थ ऑवर से दुनियाभर में लाखों मेगावॉट बिजली की बचत होगी। ऊर्जा की बचत का सीधा संबंध कुदरत के संसाधनों के संरक्षण से है। हालांकि ये कोशिश तपते हुए तवे में पानी के छींटे जैसी ही है। लेकिन फिरभी एक छोटा सा छींटा ही सही, मां भूमि को कुछ पलों की राहत तो मिलेगी।

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